Saturday, May 9, 2020

दादा और पिता के आदर्शों को साकार कर रहे हैं अनिल नरेंद्र

नई दिल्ली, विजय शर्मा।
डेली प्रताप समाचार पत्र के संस्थापक महाशय कृष्ण व उनके पुत्र संपादक रहे श्री के. नरेंद्र के पुत्र व वरिष्ठ पत्रकार श्री अनिल नरेंद्र ने वैश्विक महामारी कोरोना के लॉकडाउन के भयावह समय में गरीबों को राशन देकर उनके परिवारों के जीवन यापन में सहायता करने में जुटे हैं। प्रताप भवन स्थित कार्यालय से वे सैकडों परिवारों को टोकन देकर उनके घर राशन देने की व्यवस्था में जुटे हैं। इस मामले में श्री नरेंद्र ने कहा कि संकट के दौर में जहां समाचार पत्रों के संस्थानों में काफी ज्यादा आर्थिक संकट मंडरा रहा है, ऐसे में निम्न वर्गों के घरों में परिवारों की हालात क्या होगी, ये किसी से छिपा नहीं है। उन्होने कहा कि नर सेवा, नारायण सेवा को आधार बनाकर हमारा स्टाफ कोशिश कर रहा है कि भगवान के द्वारा भेजे गए मनुष्य विपदा के समय में भूखे उठे जरूर, लेकिन भूखे सोए नहीं, इसलिए इन लोगों के लिए राशन की व्यवस्था की गई है और लॉकडाउन की अवधि तक जारी रहेगा। श्री नरेंद्र ने उन पलों को याद करते हुए बताया कि कोरोना महामारी में हालात बिल्कुल आजादी के समय के 1947 की तरह हो गए। उन्होंने बताया कि जब देश आजाद हुआ और उसके बाद देश का विभाजन हुआ, तब इसी तरह के कैंप लगाए जाते थे, टोकन के जरिए रिफ्यूजी लोगों को राशन दिया जाता था। श्री नरेंद्र ने कहा कि उस समय मेरे पिता श्री के. नरेंद्र की आयु करीब 33ध्34 साल की थी, जब वे मेरे दादा महाशय कृष्णजी के साथ मिलकर गरीबों को राशन देते थे। बस उन्हीं के संस्कार हैं कि आज मुझे भी इस विपदा के समय जनसेवा का मौका मिला है। इस अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ राशन लेने वालों ने हाथों को पहले सेनेटाइज करवाया जाता है, फि र उन्हें राशन दिया जाता है। इस व्यवस्था में एमएम मेहता, एस पांडेय, नरेंद्र सिंह, मलविंदर सिंह बिल्ला, अरूण कुमार, महेंद्र किरणदीप कौर, राम सिंह आदि सेवा कार्य में जुटे रहे।

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