Tuesday, June 9, 2020

भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर विश्व बैंक का डरावना अनुमान

आज की दिल्ली / इंडियन न्यूज़ ऑनलाइन :


वॉशिंगटन स्थित कई क़र्ज़दाताओं का कहना है कि भारत में लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों पर लगी रोक ने अर्थव्यवस्था को विनाशकारी झटका दिया है.
विश्व बैंक के ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट के ताज़ा अंक में भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर किए गए आंकलन में नकारात्मक रूप से नौ फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
हालांकि, विश्व बैंक ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2021 में वापस उछाल लेगी.
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, 2019-20 वित्त वर्ष में यह विकास दर 4.2 फ़ीसदी थी जिसके 2020-21 वित्त वर्ष में 3.2 फ़ीसदी तक सिकुड़ने का अनुमान है.

एसबीआई ने क़र्ज़ दरों में की कमी, होम लोन हुआ सस्ता

भारतीय रिज़र्व बैंक ने मई में रेपो रेट में 40 बीपीएस की कटौती की थी जिसके बाद एसबीआई ने क़र्ज़ की दरों में कमी की है.
द हिंदू अख़बार के अनुसार, क़र्ज़ देने वाले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने सभी क़र्ज़दारों के लिए एमसीएलआर में 25 बीपीएस की कटौती की है.
इसके बाद 10 जून से एक साल का एमसीएलआर 7.25 फ़ीसदी से कम होकर 7 फ़ीसदी हो जाएगा.
एसबीआई ने कहा है कि बैंक के एमसीएलआर में लगातार तेरहवीं बार कटौती की गई है.
एसबीआई ने मई में जमा दरों में दो बार कमी की थी जिसके कारण भी क़र्ज़ की ब्याज़ दर में कटौती की गई है.

इस साल कश्मीर में 93 चरमपंथी मारे गए जिनमें 10 पाकिस्तानी

साल 2020 में अब तक भारत प्रशासित कश्मीर में सुरक्षाबलों ने 93 चरमपंथियों को मारा है.
इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, ये सुरक्षाबलों के जॉइंट ऑपरेशन और सेना द्वारा नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ निरोधी ग्रिड बढ़ाने के कारण संभव हो पाया है.
बीते 24 घंटों में सुरक्षाबलों ने शोपियां में दो जॉइंट ऑपरेशन किए जिसमें नौ चरमपंथियों को मारा गया और इसमें सुरक्षाबलों को कोई नुक़सान नहीं हुआ है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल जो 93 चरमपंथी मारे गए उनमें से 35 का संबंध हिज़बुल मुजाहिदीन से था जो कश्मीर में सबसे अधिक सक्रिय समूह है.
वहीं, मारे गए चरमपंथियों में 10 पाकिस्तानी भी थे.

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