Tuesday, June 9, 2020

PAK को हिलाने वाले सेक्‍स स्‍कैंडल के पीछे की जानिए पूरी स्‍टोरी

आज की दिल्ली / इंडियन न्यूज़ ऑनलाइन :



इस्लामाबाद: कोरोना संकट (Corona Virus) के बीच पाकिस्तान में उस सेक्स स्कैंडल को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है जिसमें एक पूर्व प्रधानमंत्री सहित तीन बड़े नेताओं पर आरोप लगाया गया है. इस्लामाबाद में रहने वालीं अमेरिकी ब्लॉगर सिंथिया रिची (Cynthia Ritchie) का कहना है कि पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) के तीन नेताओं ने उनका यौन शोषण किया था. 
रिची ने फेसबुक लाइव सेशन के दौरान आरोप लगाया कि उनके साथ 2011 में तत्कालीन गृह मंत्री रहमान मलिक (Rehman Malik) ने बलात्कार किया था. यह घटना तब हुई जब वह मलिक के घर पर थीं और उनकी ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाया गया था.  
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी (Yousuf Raza Gilani) पर भी आरोप लगाया है. साथ ही पूर्व संघीय मंत्री मखदूम शहाबुद्दीन (Makhdoom Shahabuddin) भी ऐसे ही आरोपों का सामना कर रहे हैं. रिची का यह भी कहना है कि उनका यौन शोषण करने वालों में केवल ये तीन नेता ही शामिल नहीं थे. पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के कुछ नेताओं ने भी उनका फायदा उठाने का प्रयास किया था.
नौ साल बाद खुलासा क्यों?
अब, सवाल यह उठता है कि आखिर नौ साल पुरानी घटना अब उजागर क्यों की गई? सिंथिया रिची ने तभी इसके खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाई, क्या वह किसी ख़ास समय का इंतजार कर रही थीं? इस पूरे मामले की शुरुआत एक तरह से मई के अंत में हुई, जब रिची ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने अपने गार्डों को उन महिलाओं का बलात्कार करने का आदेश दिया था जिनके उनके पति के साथ संबंध थे. इसके बाद PPP ने रिची के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और एक हफ्ते बाद रिची ने पीपीपी नेताओं पर मारपीट और बलात्कार का आरोप लगाकर तहलका मचा दिया. 
किसी ने कहा, देशद्रोही, तो किसी ने जासूस
पाकिस्तान में कई लोगों ने अमेरिकी ब्लॉगर के आरोपों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वह सरकार की करीबी हैं और इमरान खान उनका इस्तेमाल देश के स्वास्थ्य और आर्थिक संकट से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हैं. कुछ यह भी सवाल करते हैं कि आखिर इतना सब होने के बावजूद वह सालों से पाकिस्तान में कैसे रह रही हैं? जबकि कुछ की नजर में वह CIA की जासूस हैं.
इमरान खान को मिला राजनीतिक टूल?
सोशल मीडिया पर वरिष्ठ सैन्य नेताओं के साथ रिची की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. ब्लॉगर का कहना है कि उन्होंने 2011 में अमेरिकी दूतावास को बलात्कार की घटना के बारे में बताया था, लेकिन किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया. ट्विटर पर, रिची के समर्थक उनके आरोपों को देशद्रोही, पाकिस्तान विरोधी बता रहे हैं. हम इस बारे में पूरे दावे से कुछ नहीं कह सकते, लेकिन इस स्कैंडल ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपने विरोधियों के खिलाफ एक राजनीतिक टूल लॉन्च करने का मौका ज़रूर दिया है. वहीं, यदि रिची के आरोप सही हैं, तो यह पाकिस्तान के राजनीतिक अभिजात वर्ग के काले चेहरे को उजागर करता है.

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