Tuesday, January 5, 2021

काले कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दे रहे कांग्रेस सांसदों से मिलीं कुमारी सैलजा

 काले कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दे रहे कांग्रेस सांसदों से मिलीं कुमारी सैलजा

सरकार किसानों से उस धरती मां को छीनना चाहती हैजिसे हमारी कई पीढियों ने अपने खून पसीने से सींचा है- सैलजा




केंद्र सरकार मृतकों के परिवारजनों को एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी प्रदान करे- सैलजा

चंडीगढ़, 4 जनवरी:-

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने दिल्ली में जंतर मंतर पर पहुंचकर कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ कई दिनों से धरना दे रहे पंजाब के कांग्रेस सांसदों से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया। इसके उपरांत हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा टिकरी बॉर्डर पर किसानों को समर्थन देने भी पहुंची। इस दौरान उनके साथ पूर्व सीपीएस रामकिशन गुर्जर और हरियाणा कांग्रेस महासचिव डॉ अजय चौधरी भी मौजूद रहे।

 कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के अधिकार छीनने का प्रयास कर रही है। भाजपा सरकार किसानों से इन काले कानूनों के जरिए उस धरती मां को छीनना चाहती हैजिसे हमारी कई पीढियों ने अपने खून पसीने से सींचा है। अब तक 50 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। अकेले हरियाणा प्रदेश से 10 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। सरकार अहंकार के नशे में चूर है। केंद्र सरकार मृतकों के परिवारजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी प्रदान करे।

 कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों की आवाज को दबाने के अपने प्रयासों से बाज नहीं आ रही है। कल भी रेवाड़ी में किसानों पर दमनपूर्वक कार्रवाई की गई। अपने चंद पूंजीपति मित्रों की स्वार्थ सिद्धि के लिए आज भाजपा सरकार क्रूरता की सारी हदों को पार कर चुकी है। जो अन्नदाता अपनी अथक मेहनत से पूरे देश का पेट भरते हैंआज उन्हीं को अपने अधिकारों के लिए सरकार की यातनाएं झेलनी पड़ रही हैं। यह कैसी देशभक्ति है जिसमें अपने ही देश के किसानों को पर ऐसी कार्रवाई की जा रही हैकिसानों को गलत शब्द कहे जा रहे हैं।  इन काले कानूनों को बनाने से पहले देश के किसानों की राय लेनी चाहिए थी। लेकिन बिना किसी से बातचीत किए इन कानूनों को केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लागू कर दिया गया। जिसके बाद किसानों को मजबूरनवश होकर सड़कों पर उतरना पड़ा। अब भी यह सरकार लगातार बातचीत का ढोंग कर रही है। सरकार की मंशा हल निकालने की नहीं है।

 

कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में भी किसान और मजदूर अपनी आवाज उठाते थे। उस वक्त कांग्रेस सरकार सभी की आवाज सुनती थी और समाधान करती थी। मुख्य विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस पार्टी का कर्तव्य बनता है कि वह सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाए। कांग्रेस पार्टी सरकार के इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ हर स्तर पर अपनी आवाज उठा रही है। कांग्रेस पार्टी इस लड़ाई में किसान और मजदूरों के साथ मजबूती से खड़ी है।


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