Friday, August 13, 2021

पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए वृक्षारोपण जरूरी:----कवलजीत अरोड़ा न्यायाधीश

आज की दिल्ली, योगराज शर्मा।



  इकोपोलिस जिंदल ग्रुप एवं डी.ए.वी , एजुकेशनल एण्ड वैलफेयर सोसायटी डालसा दक्षिण पूर्व जिला  के सहयोग से 10 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर का आयोजन तिमारपुर ओखला ,वेस्ट मेनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, के वोकेशनल  ट्रेनिंग सेन्टर में  आत्मरक्षा शिविर के समापन समारोह एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम पर बोलते हुए डालसा के जिला मे सदस्य सचिव एवं न्यायाधीश कंवलजीत अरोड़ा ने सभी को स्वतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं आज आवश्यकता है  कि वह पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी अपनी भूमिका निभा कर पर्यावरण को संतुलित करने में अपना अहम योगदान दे सकती हैं  ! समय रहते हम पर्यावरण संरक्षण ध्यान नहीं देंगे तो हमें आने वाले समय में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे जो हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए घातक होगा इस अवसर पर नम्रता अग्रवाल न्यायधीश ने कहा कि

 महिलाओं को आत्मरक्षा के साथ-साथ महिला के अधिकार एवं कानूनी जानकारी होनी भी जरूरी है उन्होंने इस अवसर पर बताया कि डालसा महिलाओं को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करती है उन्होंने कहा कि हमारा एवं संस्था का प्रयास तभी सफल होगा जब प्रत्येक महिला आत्मरक्षा ट्रेनिंग सीखने के बाद अपने क्षेत्र की 5 महिलाओं को ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाएं ! जिससे वह भी अप्रिय परिस्थितियों का सामना कर सके  इस अवसर पर न्यायाधीश गौतम मेनन विशेष सचिव डालता न्यायधीश अंकिता ब्यास सचिव दक्षिण पूर्व डालसा भी उपस्थित थे

 आज कल हो रही लगातार घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के प्रति जागरुकता के उद्देश्य से उपरोक्त कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा हे। इस आत्मरक्षा शिविर में छात्राओं एंव महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर  सिखाये  गए । जिसका आज उन्होंने प्रदर्शन किया इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं एंव छात्रा को किसी भी  अप्रिय परिस्थितियों का सामना करने लिए तैयार करना है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस अवसर पर महिलाओं को  सैनिटाइजर एवं नैपकिन भी वितरण किए गए

इस शिविर का आयोजन स्पेशल यूनिट दिल्ली पुलिस  महिला एवं बाल इकाई द्वारा नानकपुरा के सहयोग से किया गया  इस शिविर में प्रशिक्षक अंजू और सुमन दवरा प्रशिक्षण देकर उन्हें अप्रिय स्थिति में सामना करना सिखाया जिसमे महिलाएं और लड़कियां कलम,पेन्सिल,किताब,हाथ का इस्तेमाल कर किस तरह आत्मरक्षा कर सकती है इसके गुर सिखाये गए  तथा अप्रिय परिस्थितियों में किस प्रकार   सामना करना है इस के लिए छात्राओं व महिलाओ को 10 दिवसीय ट्रेनिंग के माध्यम से तैयार किया गया

इस अवसर पर  इकोपोलिस के ‌ महाप्रबंधक  संदीप दत  प्रबंधक  अमुझ चतुर्वेदी   ,     वर्ल्ड ह्यूमन राइटस ओर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष योगराज शर्मा,संस्था की अध्यक्षा राधा भारद्वाज उपस्थित थे उन्होंने 

 ने बताया की इस 10 दिन चलने वाले इस शिविर के द्वारा महिलाओं को खुद की रक्षा कैसे करना है वो सिखाया गया। कभी महिलाएं या लड़कियां अकेले फंस जाये और उनके साथ कुछ अन्होनी होनी आशंका हो तो इस परिस्तिथि से वो कैसे बाहर निकले इसका भी तरीका बताया गया । हमारी संस्था दिल्ली पुलिस के सहयोग से अभी तक लगभग 26 हजार महिलाओं को आत्मरक्षा का परीक्षण दे चुकी है हमारी संस्था द्वारा ऐसे शिविर का आयोजन किया जा चूका है।

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