Tuesday, November 2, 2021

दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने 1984 में हुए सिख नरसंहार के शहीदों को समर्पित होकर निकाला कैंडल मार्च



कत्लेआम के सभी दोषियों को सज़ा दिलाने तक संघर्ष करते रहेंगे: मनजिंदर सिंह सिरसा

सभी पीड़ितों के लिए पुर्नवास तथा मुआवज़े को सुनिश्चित बनाएंगे: हरमीत सिंह कालका

नई दिल्ली, 1 नवंबर: 
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने आज 1984 में हुए सिख नरसंहार के शहीदों को समर्पित होकर कैंडल मार्च निकाला तथा ऐलान किया कि जब तक कत्लेआम के सभी दोषियों को सजा नहीं मिलती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
यह कैंडल मार्च गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब से शुरू हुआ जो ‘सच की दीवार’ पर जा कर समाप्त हुआ। रोष मार्च की अगुवाई कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा ने की। इस मौके पर कमेटी के महासचिव स. हरमीत सिंह कालका भी मौजूद रहे।
इस दौरान बातचीत करते हुए स. सिरसा ने कहा कि 1984 का नरसंहार ऐसी घटना है जिसे रहती दुनिया तक सिख कौम कभी भुला नहीं सकती। कांग्रेस पार्टी ने पिछले 37 वर्षों के दौरान सिख कत्लेआम के मुख्य दोषियों का बचाव किया है तथा सिख कौम ने हमेशा उन दोषियों को सज़ा दिलाने के लिए संघर्ष किया है। इस संघर्ष का नतीजा यह है कि आज सज्जन कुमार जेल में उम्र कैद काट रहा है जबकि जगदीश टाइटलर केस का सामना कर रहा है और कमलनाथ के खिलाफ केस पुनः खोला जा रहा है। जब तक सभी दोषियों को सज़ा नहीं मिल जाती, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। कांग्रेस पार्टी ने इस नरसंहार के दौरान गांधी परिवार के कहने पर सिखों का कत्लेआम किया था जो कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई हमनें पिछले 10 वर्षों में नये सिरे से लड़ी है।
मौके पर संबोधित करते हुए स. हरमीत सिंह कालका ने कहा कि दिल्ली कमेटी 1984 के सिख कत्लेआम के सभी पीड़ितों के पुर्नवास तथा मुआवज़े को सुनिश्चित बनाएगी। हम पहले दिन से कत्लेआम के पीड़ितों के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं और जब तक इन्साफ नहीं मिल जाता संघर्ष करते रहेंगे।
कैंडल मार्च में शामिल लोगों ने ‘5000 लाशों पर सरकार चुप्प क्यों’, ‘सिखों के कातिल जगदीश टाइटलर को गिरफ्तार करो’ आदि नारे लिखे हुए थे।

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