Saturday, November 20, 2021

गांधीवादी आंदोलन ने केन्द्र की तानाशाही भाजपा सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया

तीन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ पिछले एक साल से चलाये जा रहे किसानों के गांधीवादी आंदोलन ने केन्द्र की तानाशाही भाजपा सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया है। हमारे नेता श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी व अन्य विपक्षी दलों ने भी मोदी सरकार के तीन काले कानूनों के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई। किसानों, मजदूरों और आढ़तियों की मांगों को लेकर श्री राहुल गांधी ने पंजाब व हरियाणा में ट्रैक्टर-ट्राली यात्रायें तथा जनसभायें भी की। हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा श्री राहुल गांधी को हरियाणा में प्रवेश न करने देने के लिए षडयंत्र रचे गए परंतु हमारे नेता ने हार नहीं मानी और घंटों पंजाब-हरियाणा बार्डर पर डटे रहे, आखिरकार हरियाणा की खट्टर सरकार को झुकना पड़ा और श्री राहुल गांधी ने हरियाणा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा के साथ ट्रैक्टर-ट्राली यात्रा की। मैं आज हमारे किसान भाईयों और श्री राहुल गांधी का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने हठधर्मी मोदी सरकार को किसानों के आगे नतमस्तक होने पर मजबूर किया। ये विचार हरियाणा के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व प्रदेश कांग्रेस कार्यालय प्रभारी चौ. रामकिशन गुज्जर ने चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांगेे्रस कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में रखे। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक जीत को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 20 नवंबर 2021 को किसान विजय दिवस के रूप में मना रही है। इस अवसर पर शनिवार को समस्त हरियाणा में कैंडल मार्च निकाल कर शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी और किसान विजय सभाओं का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इतने लंबे गांधीवादी आंदोलन के बाद आज देश के 62 करोड़ किसानों-खेत मजदूरों के संघर्ष की जीत हुई है। इस आंदोलन में लगभग 700 किसान शहीद हो गए परंतु किसान सत्य, न्याय और अहिंसा के सहारे आगे बढ़ते रहे, यह उनकी इच्छाशक्ति की जीत है। मोदी सरकार ने किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाये, कभी इन्हें आंदोलनजीवी, कभी गुंडा तो कभी आतंकवादी कहा गया परंतु किसानों की दृढ़-शक्ति को प्रणाम है जो अपनी जायज मांगों को लेकर विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहे। इस आंदोलन में श्री राहुल गांधी के आह्वान पर कांग्रेस पार्टी शुरू से ही किसानों के साथ एकजुट होकर खड़ी रही। राहुल गांधी के निर्देश पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा ने प्रदेश भर में किसान आंदोलनों में शामिल होकर किसानों का समर्थन किया और वे नव वर्ष के आगमन पर 31 दिसंबर 2020 की रात को हरियाणा कांग्रेस नेताओं और कार्यकत्र्ताओं के साथ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के बीच रहीं। इस आंदोलन को शुरू से ही कांग्रेस पार्टी का नैतिक समर्थन था। श्री राहुल गांधी ने विपक्ष के सभी सांसदों को इक्_ा किया और संसद से जंतर-मंतर तक किसानों के धरने में जाकर उनके आंदोलन को भरपूर समर्थन दिया। चौ. रामकिशन ने कहा कि भाजपा सरकार अपने कुछ पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए पिछले सात सालों से किसानों का दमन किया जा रहा है। श्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही किसान को उनकी फसल पर दिए जाने वाला बोनस बंद कर दिया। राज्यों को स्पष्ट तौर पर कह दिया गया कि अगर बोनस दोगे तो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होगी। इतना ही नहीं कांग्रेस जो किसानों के लिए उचित मुआवजा अधिकार कानून लेकर आई थी मोदी सरकार द्वारा उसे भी खत्म करने का षडयंत्र रचा गया। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पहले किसानों से वादा किया था कि उनकी लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा दिया जायेगा, परंतु सत्ता हथियाने के बाद मोदी जी ने माननीय सुप्रीम कोर्ट में शपथ-पत्र देकर कहा कि लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा किसी भी हालात में नहीं दिया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने कुछ निजी बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से फसल बीमा योजना लागू की और इन निजी बीमा कंपनियों को 27 हजार करोड़ रूपए का मुनाफा कमवाया। कृषि की लागत 25000 रूपए प्रति हेक्टेयर बढ़ा दी। खेती, खाद, कीटनाशक दवाईयों, ट्रैक्टर, खेती के उपकरणों पर टैक्स लगाकर और डीजल पर 3 रूपए 56 पैसे से टैक्स 28 रूपए प्रति लीटर बढ़ा देने से किसानो की आय दोगुनी होने की बजाए मात्र 27 रूपए प्रतिदिन रह गई है। मोदी सरकार की किसानो-विरोधी नीतियों के चलते आज किसान पर औसत कर्ज 74000 रूपए हो गया है। चौ. राम किशन गुज्जर ने किसानों को उनकी ऐतिहासिक जीत पर पुन: बधाई देते हुए कहा कि इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि केन्द्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी पर बिल लाये, जिन किसानों ने इस आंदोलन में प्राण गवायें हैं उनके परिवारों को मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी मिले, प्रधानमंत्री जान गंवाने वाले किसान परिवारों से माफी मांगे, जिन किसानों को प्रधानमंत्री आंदोलनजीवी कह कर बदनाम करते रहे उसके लिए भी माफी मांगे और इस आंदोलन के दौरान जितने भी किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं उन्हें तुरंत रद्द किया जाये। मुख्य संवाददाता, योगराज शर्मा वटसअप - 7011490810 आज की दिल्ली, नेशनल ओनलाइन मैग्जीन (आज की दिल्ली अखबार भी वर्ल्ड ह्यूमन राइटस ओर्गेनाइजेशन समूह का ही एक पब्लिकेशन है)

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