नई दिल्ली, आरुषि । इतनी स्कीमों मे शामिल होने के बाद भी नेरेला मे बने डीडीए के खाली फ्लैट्स अब तक नही बिक पाए। साथ ही साथ अब डीडीए इन खाली फ्लैट्स की मेंटेनेंस के लिए कर रही है 25 लाख रुपए खर्च। इसके साथ ही कांट्रेक्टर हायर करना भी शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार ये भी पता चला है की पॉकेट–4 और पांच के सेक्टर –G7/G8 मे बने फ्लैट्स के लिऐ कांट्रेक्टर को आवेदन जमा करने का 16 अगस्त तक का समय दे दिया गया है। यह भी जानकारी मिली है की टेक्निकल बीड 17 अगस्त को खुल जाएगी। यह टेंडर 12 महीनो का होगा जिसका अनुमानित बजट 24,85,420 है। 2022 मे डीडीए की खराब हालत की वजह इन फ्लैट्स को बताया गया था। 2014 के बाद से अब tk डीडीए फ्लैट्स 57 हजार के करीब फ्लैट्स हाउसिंग स्कीम में ला चुकी है। इनमें से 15500 करीब फ्लैट्स नही बिक पाए या लोगो ने रिजेक्ट कर्दिये। सिर्फ नरेला के 25,000 फ्लैट्स अलग अलग हाउसिंग पॉकेट मै तयार है। जानकारी के अनुसार यह पता चला है की डीडीए की करंट स्कीम पहले आओ पहले पाओ को काफी बेहतरीन रिस्पॉन्स मिल रहा है। ऐसी स्कीम के चलते और प्रभावित होके कई लोगो ने नरेला मे 660 से अधिक फ्लैट बुक करवा लिऐ है। डीडीए को उम्मीद है की डीएमआरसी के मेट्रो प्रपोजल को मंजूरी मिलने के बाद यह सभी फ्लैट्स लोगो को काफी पसंद आने लगेंगे ।
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