Friday, August 23, 2024

गुरु नानक कॉलेज ऑफ एजुकेशन में जी20 थीम पर सफल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन


 गुरु नानक कॉलेज ऑफ एजुकेशन (GNCE), वेस्ट पंजाबी बाग की आयोजन समिति, जिसमें एस. राजिंदर सिंह (चेयरमैन), एस. सुरजीत सिंह (मैनेजर) और डॉ. ज्योति भल्ला (प्रिंसिपल) शामिल थे, ने एक सप्ताह के अत्यंत प्रभावशाली फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। "जी20 - एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से प्राप्ति" विषय पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य जी20 शिखर सम्मेलन द्वारा जोर दिए गए वैश्विक स्थिरता और सहयोगात्मक सिद्धांतों के साथ शैक्षिक प्रथाओं को संरेखित करना था।


GNCE ने पूरे सप्ताह के दौरान एस. हरमीत सिंह कालका - अध्यक्ष (DSGMC), एस. जगदीप सिंह काहलोन - महासचिव (DSGMC), माननीय कुलपति पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा और GGGSIP विश्वविद्यालय से निरंतर समर्थन प्राप्त किया, जो कॉलेज के लाइव स्ट्रीम पर वर्चुअली जुड़े हुए थे। उनके साथ एस. मंजींदर सिंह सिरसा, राष्ट्रीय सचिव बीजेपी और पूर्व अध्यक्ष DSGMC की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम के महत्व को शैक्षिक और सामुदायिक मूल्यों को जोड़ने में और भी अधिक महत्वपूर्ण बना दिया।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन एक प्रभावशाली विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में हुआ। एस. आत्मा सिंह लुबाना - उपाध्यक्ष (DSGMC) भी उपस्थित थे। वर्चुअली उपस्थित DSGMC के अन्य सदस्य थे, जिनमें एस. हरविंदर सिंह केपी और एस. जसमैन सिंह नोनी शामिल थे। इस फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम 2024 की शोभा बढ़ाने वाले माननीय अतिथियों में शामिल थे प्रो. एम.सी. शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर (यूनिसेफ), प्रो. धनंजय जोशी, कुलपति (DeTU), श्री विनय कौशिक, उप सचिव (DSSSB), और डॉ. ईसर हुसैन, वरिष्ठ व्याख्याता (जी.एस.बी.वी. पटौदी हाउस) जिन्होंने पूरे सप्ताह के दौरान महत्वपूर्ण भाषण दिए। उनकी ज्ञानवर्धक बातों ने शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को और भी मजबूत किया।

इस सप्ताह में व्याख्यान और संवादात्मक तकनीकी सत्रों का समृद्ध मिश्रण था, जिसे शिक्षा क्षेत्र के प्रसिद्ध संसाधन व्यक्तियों द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रमुख योगदानकर्ताओं में प्रो. संगीता चौहान, पूर्व डीन (यूएसई, जीजीएसआईपीयू), प्रो. नीरजा शुक्ला, पूर्व प्रमुख (विशेष आवश्यकताओं वाले समूहों की शिक्षा विभाग, एनसीईआरटी), प्रो. अहरार हुसैन, पूर्व डीन- शिक्षा संकाय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, और प्रो. हरजीत कौर भाटिया, जामिया मिल्लिया इस्लामिया के शिक्षा अध्ययन विभाग से शामिल थे।

अन्य उल्लेखनीय वक्ताओं में डॉ. शालिनी यादव, एसोसिएट प्रोफेसर (यूएसई, जीजीएसआईपीयू), डॉ. अमित आहूजा, एसोसिएट प्रोफेसर (यूएसई, जीजीएसआईपीयू), और डॉ. अंजलि शौकीन (सीआईई, डीयू) शामिल थे। उनकी विशेषज्ञता ने वैश्विक शैक्षिक लक्ष्यों को स्थानीय प्रथाओं के साथ एकीकृत करने पर मूल्यवान दृष्टिकोण प्रदान किए।

इस कार्यक्रम में DeTU कुलपति - प्रो. धनंजय जोशी ने सप्ताह भर की सहयोगात्मक भावना और समृद्ध चर्चा की प्रशंसा की। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रथाओं को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि जी20 के एकीकृत और सतत भविष्य के दृष्टिकोण को पूरा किया जा सके।

इस फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम ने न केवल प्रतिभागियों को नई अंतर्दृष्टि और कार्यप्रणालियों से सुसज्जित किया, बल्कि मेजबान कॉलेज की एक अधिक समावेशी और भविष्य-रेडी शैक्षिक वातावरण को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया।

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