पिछले 10 साल से हरियाणा की जनता ने भाजपा के शासन को भुगता है। 2 लाख पक्की नौकरी का वादा किया जा रहा है। जबकि इन्हीं की तो सरकार थी जिसने खाली पड़े 2 लाख पक्की नौकरी के पदों पर भर्ती करने की बजाय कौशल रोजगार निगम बनाकर कच्ची नौकरी भर्ती की पक्की व्यवस्था की है जिसके तहत योग्यता, मेरिट और आरक्षण के प्रावधान खत्म किए गए।
मोदी सरकार ने 9 साल में गैस, तेल पर टैक्स बढ़ा कर देश की जनता से 28 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की उगाही की है।
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें 1100 रुपए प्रति सिलेंडर से भी ज्यादा किए गए, अब चुनावी लाभ के लिए 500 रुपए करने के वादे पर कौन विश्वास करेगा। 10 औद्योगिक शहरों के निर्माण का जो आज वादा कर रहे हैं, पिछले 10 साल में इन्हें किसने रोका था ऐसे कितने शहर बने? जबकि सच्चाई यह है कि पहले से स्थापित अनेकों औद्योगिक इकाइयां उनके शासन काल में बंद होने से हजारों लोगों ने रोजगार खोए हैं। स्थानीय युवाओं का उद्योगों में रोजगार की गारंटी पिछले चुनाव में भी 75% स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षण देने के वादे का क्या हुआ ?
इसी तरह सभी अग्निवीरों को सरकारी नौकरी देने का वादा एक छलावा है। हरियाणा की जनता अग्निवीर योजना के लिए इन्हें दंडित करने जा रही है , इनके शासन काल में स्वास्थ्य, बिजली, पानी, परिवहन आदि के निजीकरण को बढ़ावा देकर बर्बाद किया गया है। इनके किसी भी झांसे में हरियाणा के मतदाता आने वाले नहीं है, किसान और ग्रामीण जनता में उनके प्रति आक्रोश की स्थिति तो ऐसी है कि इनके उम्मीदवार मुंह छुपाते फिरते हैं।
ओबीसी के उद्यमियों के लिए बिना गारंटी लोन का वादा असल में पिछड़े वर्ग को लाभ पहुंचाने की बजाय तुच्छ राजनीति हितों की पूर्ति के लिए जातिगत भावनाओं को बनाने की कुचेष्टा है। जिसे वह अब तक प्रयोग करती आई हैं। परंतु भाजपा का यह कार्ड भी अब फेल हो चुका है। लोगों ने अपने व्यवहार से जान लिया है कि यह बात तो गरीब और पिछड़ों की करते हैं लेकिन सेवा बड़े पूंजीपतियों की ही करते हैं।
सुरेंद्र सिंह,
प्रदेश सचिव, माकपा
9416630806
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